गोमती चक्र के चमत्कारी 51 टोटके
गोमती चक्र, जिसे गोमती शिला भी कहा जाता है, एक प्राचीन और पवित्र वस्तु है जिसे आध्यात्मिक और ज्योतिषीय उपयोग के लिए जाना जाता है। यह सफेद रंग की शंख के आकार की होती है और इसे विशेष रूप से तंत्र-मंत्र और वास्तु दोष निवारण के लिए उपयोग किया जाता है। गोमती चक्र का उपयोग करने से अनेक चमत्कारी लाभ प्राप्त होते हैं। आइए जानते हैं गोमती चक्र के 51 चमत्कारी टोटके और उन्हें करने की विधि:
1. धन प्राप्ति के लिए:
एक पीले कपड़े में सात गोमती चक्र बांधकर तिजोरी में रखें। यह धन वृद्धि के लिए अत्यंत लाभकारी होता है।
2. व्यापार में वृद्धि:
धनतेरस के दिन गोमती चक्र को गंगाजल से स्नान कराकर, पूजा स्थल पर रखकर पूजा करें और फिर इसे अपने व्यापार स्थल पर रखें।
3. शत्रु बाधा निवारण:
गोमती चक्र को काले धागे में पिरोकर अपने घर के मुख्य द्वार पर लटकाएं। इससे शत्रु बाधाओं से मुक्ति मिलती है।
4. शिक्षा में सफलता:
गोमती चक्र को विद्यार्थी के पढ़ाई के स्थान पर रखें। यह पढ़ाई में ध्यान केंद्रित करने और सफलता पाने में सहायक होता है।
5. स्वास्थ्य सुधार:
एक गोमती चक्र को पानी में डालकर उस पानी को पिएं। इससे स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं में राहत मिलती है।
6. संतान सुख के लिए:
दंपत्ति को नवविवाहित जीवन में गोमती चक्र को घर के पूजा स्थल पर स्थापित करना चाहिए।
7. विवाह में विलंब दूर करने के लिए:
गोमती चक्र को सिंदूर और हल्दी से पूजित कर, इसे कन्या के तकिए के नीचे रखें। इससे विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं।
8. वास्तु दोष निवारण:
घर के उत्तर-पूर्व दिशा में गोमती चक्र को स्थापित करें। यह वास्तु दोष को दूर करता है।
9. मानसिक शांति:
ध्यान करते समय गोमती चक्र को अपने पास रखें। इससे मानसिक शांति और ध्यान में वृद्धि होती है।
10. नौकरी प्राप्ति के लिए:
गुरुवार के दिन गोमती चक्र को पीले कपड़े में बांधकर अपने पास रखें। यह नौकरी प्राप्त करने में सहायक होता है।
11. कोर्ट केस में विजय:
कोर्ट केस में विजय पाने के लिए एक गोमती चक्र को पानी में डुबोकर उस पानी का छिड़काव अपने घर के चारों ओर करें।
12. संतान प्राप्ति:
गोमती चक्र को दंपत्ति के बिस्तर के नीचे रखें। इससे संतान प्राप्ति में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं।
13. यात्रा सुरक्षा:
यात्रा के समय गोमती चक्र को अपने पास रखें। यह यात्रा के दौरान सुरक्षा प्रदान करता है।
14. चमत्कारी यंत्र के रूप में:
गोमती चक्र को चांदी के ताबीज में डालकर गले में धारण करें। यह सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा करता है।
15. प्रेम संबंध मजबूत करने के लिए:
गोमती चक्र को लाल कपड़े में बांधकर अपने बिस्तर के पास रखें। इससे प्रेम संबंधों में मजबूती आती है।
16. शनि दोष निवारण:
शनिवार के दिन गोमती चक्र को सरसों के तेल में डुबोकर शनि मंदिर में अर्पित करें। इससे शनि दोष का निवारण होता है।
17. रोग निवारण:
रोगी के बिस्तर के पास गोमती चक्र रखें। यह रोग निवारण में सहायक होता है।
18. गुप्त शत्रुओं से रक्षा:
गोमती चक्र को अपने घर के मुख्य द्वार पर स्थापित करें। यह गुप्त शत्रुओं से रक्षा करता है।
19. सुख-शांति के लिए:
घर के पूजा स्थल पर गोमती चक्र स्थापित करें। इससे घर में सुख और शांति बनी रहती है।
20. व्यापारिक प्रतिस्पर्धा में विजय:
व्यापार स्थल के मुख्य द्वार पर गोमती चक्र स्थापित करें। यह व्यापारिक प्रतिस्पर्धा में विजय दिलाता है।
21. मानसिक उद्वेग निवारण:
सिरहाने के नीचे गोमती चक्र रखें। इससे मानसिक उद्वेग और चिंता में राहत मिलती है।
22. आर्थिक तंगी दूर करने के लिए:
गोमती चक्र को हरे कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखें। इससे आर्थिक तंगी दूर होती है।
23. संतान की सफलता के लिए:
गोमती चक्र को संतान के पढ़ाई के स्थान पर रखें। इससे संतान की सफलता में वृद्धि होती है।
24. जल संबंधी समस्याओं के लिए:
गोमती चक्र को जल स्रोत के पास रखें। इससे जल संबंधी समस्याएं दूर होती हैं।
25. प्रेम संबंधों में सुधार:
गोमती चक्र को लाल कपड़े में बांधकर अपने बिस्तर के पास रखें। इससे प्रेम संबंधों में सुधार होता है।
26. पारिवारिक कलह निवारण:
घर के पूजा स्थल पर गोमती चक्र स्थापित करें। इससे पारिवारिक कलह समाप्त होती है।
27. व्यापारिक विफलता से बचने के लिए:
व्यापार स्थल के मुख्य द्वार पर गोमती चक्र स्थापित करें। इससे व्यापारिक विफलता से बचाव होता है।
28. मानसिक शांति के लिए:
ध्यान करते समय गोमती चक्र को अपने पास रखें। इससे मानसिक शांति और ध्यान में वृद्धि होती है।
29. स्वास्थ्य सुधार:
एक गोमती चक्र को पानी में डालकर उस पानी को पिएं। इससे स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं में राहत मिलती है।
30. संतान सुख के लिए:
दंपत्ति को नवविवाहित जीवन में गोमती चक्र को घर के पूजा स्थल पर स्थापित करना चाहिए।
31. विवाह में विलंब दूर करने के लिए:
गोमती चक्र को सिंदूर और हल्दी से पूजित कर, इसे कन्या के तकिए के नीचे रखें। इससे विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं।
32. वास्तु दोष निवारण:
घर के उत्तर-पूर्व दिशा में गोमती चक्र को स्थापित करें। यह वास्तु दोष को दूर करता है।
33. मानसिक शांति:
ध्यान करते समय गोमती चक्र को अपने पास रखें। इससे मानसिक शांति और ध्यान में वृद्धि होती है।
34. नौकरी प्राप्ति के लिए:
गुरुवार के दिन गोमती चक्र को पीले कपड़े में बांधकर अपने पास रखें। यह नौकरी प्राप्त करने में सहायक होता है।
35. कोर्ट केस में विजय:
कोर्ट केस में विजय पाने के लिए एक गोमती चक्र को पानी में डुबोकर उस पानी का छिड़काव अपने घर के चारों ओर करें।
36. संतान प्राप्ति:
गोमती चक्र को दंपत्ति के बिस्तर के नीचे रखें। इससे संतान प्राप्ति में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं।
37. यात्रा सुरक्षा:
यात्रा के समय गोमती चक्र को अपने पास रखें। यह यात्रा के दौरान सुरक्षा प्रदान करता है।
38. चमत्कारी यंत्र के रूप में:
गोमती चक्र को चांदी के ताबीज में डालकर गले में धारण करें। यह सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा करता है।
39. प्रेम संबंध मजबूत करने के लिए:
गोमती चक्र को लाल कपड़े में बांधकर अपने बिस्तर के पास रखें। इससे प्रेम संबंधों में मजबूती आती है।
40. शनि दोष निवारण:
शनिवार के दिन गोमती चक्र को सरसों के तेल में डुबोकर शनि मंदिर में अर्पित करें। इससे शनि दोष का निवारण होता है।
41. रोग निवारण:
रोगी के बिस्तर के पास गोमती चक्र रखें। यह रोग निवारण में सहायक होता है।
42. गुप्त शत्रुओं से रक्षा:
गोमती चक्र को अपने घर के मुख्य द्वार पर स्थापित करें। यह गुप्त शत्रुओं से रक्षा करता है।
43. सुख-शांति के लिए:
घर के पूजा स्थल पर गोमती चक्र स्थापित करें। इससे घर में सुख और शांति बनी रहती है।
44. व्यापारिक प्रतिस्पर्धा में विजय:
व्यापार स्थल के मुख्य द्वार पर गोमती चक्र स्थापित करें। यह व्यापारिक प्रतिस्पर्धा में विजय दिलाता है।
45. मानसिक उद्वेग निवारण:
सिरहाने के नीचे गोमती चक्र रखें। इससे मानसिक उद्वेग और चिंता में राहत मिलती है।
46. आर्थिक तंगी दूर करने के लिए:
गोमती चक्र को हरे कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखें। इससे आर्थिक तंगी दूर होती है।
47. संतान की सफलता के लिए:
गोमती चक्र को संतान के पढ़ाई के स्थान पर रखें। इससे संतान की सफलता में वृद्धि होती है।
48. जल संबंधी समस्याओं के लिए:
गोमती चक्र को जल स्रोत के पास रखें। इससे जल संबंधी समस्याएं दूर होती हैं।
49. प्रेम संबंधों में सुधार:
गोमती चक्र को लाल कपड़े में बांधकर अपने बिस्तर के पास रखें। इससे प्रेम संबंधों में सुधार होता है।
50. पारिवारिक कलह निवारण:
घर के पूजा स्थल पर गोमती चक्र स्थापित करें। इससे पारिवारिक कल
ह समाप्त होती है।
51. व्यापारिक विफलता से बचने के लिए:
व्यापार स्थल के मुख्य द्वार पर गोमती चक्र स्थापित करें। इससे व्यापारिक विफलता से बचाव होता है।
प्राचीन ग्रंथों में वर्णित विधि विधान
गोमती चक्र के टोटकों का प्रभाव तभी होता है जब इन्हें सही विधि विधान के साथ किया जाए। प्राचीन ग्रंथों में इसके विभिन्न प्रयोगों का विस्तृत वर्णन मिलता है। पूजा के दौरान निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
1. शुद्धि: पूजा स्थल और गोमती चक्र की शुद्धि अवश्य करें।
2. वस्त्र: गोमती चक्र को लाल, पीले या सफेद वस्त्र में बांधकर रखें।
3. मंत्र जाप: संबंधित मंत्रों का जाप विधिपूर्वक करें।
4. नैवेद्य: पूजा के दौरान नैवेद्य (भोग) अर्पित करें।
असली प्राण प्रतिष्ठा किया हुआ गोमती चक्र प्राप्त करें
गोमती चक्र की असली प्राण प्रतिष्ठा बहुत महत्वपूर्ण है। अगर आप असली प्राण प्रतिष्ठा किया हुआ गोमती चक्र प्राप्त करना चाहते हैं, तो निम्नलिखित संपर्क पर जाएं:
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