1 मुखी से 14 मुखी रुद्राक्ष का संपूर्ण विवरण



 


1 मुखी से 14 मुखी रुद्राक्ष का संपूर्ण विवरण


रुद्राक्ष का महत्व धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण है। यह न केवल एक धार्मिक आभूषण है बल्कि इसके धारण करने से व्यक्ति के जीवन में अनेक लाभ होते हैं। प्रत्येक मुखी रुद्राक्ष का अपना विशेष महत्व और गुण होता है। यहाँ 1 मुखी से 14 मुखी रुद्राक्ष का संपूर्ण विवरण प्रस्तुत किया गया है:


 1 मुखी रुद्राक्ष

- ग्रह: सूर्य

- राशि: सिंह

- देवता: भगवान शिव

- रोग: हृदय रोग, मानसिक तनाव

- प्रोफेशन: नेता, उच्च पदाधिकारी

- समस्या: मानसिक शांति, आध्यात्मिक उन्नति

- लाभ: 1 मुखी रुद्राक्ष को भगवान शिव का प्रतीक माना जाता है। इसे धारण करने से व्यक्ति को आत्मज्ञान और मानसिक शांति प्राप्त होती है। यह उच्च रक्तचाप और हृदय रोगों में लाभकारी है।


 2 मुखी रुद्राक्ष

- ग्रह: चंद्रमा

- राशि: कर्क

- देवता: अर्धनारीश्वर (शिव और पार्वती)

- रोग: मानसिक रोग, अनिद्रा

- प्रोफेशन: चिकित्सक, परामर्शदाता

- समस्या: रिश्तों में सामंजस्य, मानसिक स्थिरता

- लाभ: 2 मुखी रुद्राक्ष को अर्धनारीश्वर का प्रतीक माना जाता है। यह रिश्तों में सामंजस्य और मानसिक स्थिरता लाने में सहायक है। यह अनिद्रा और मानसिक रोगों में भी लाभकारी है।


 3 मुखी रुद्राक्ष 

- ग्रह: मंगल

- राशि: मेष और वृश्चिक

- देवता: अग्नि देव

- रोग: रक्त विकार, पेट के रोग

- प्रोफेशन: सेना, खेलकूद

- समस्या: आत्मविश्वास की कमी, शारीरिक शक्ति

- लाभ: 3 मुखी रुद्राक्ष को अग्नि देव का प्रतीक माना जाता है। यह आत्मविश्वास और शारीरिक शक्ति को बढ़ाने में सहायक है। यह रक्त विकार और पेट के रोगों में भी लाभकारी है।


 4 मुखी रुद्राक्ष

- ग्रह: बुध

- राशि: मिथुन और कन्या

- देवता: ब्रह्मा

- रोग: स्मरण शक्ति की कमी, बोलचाल की समस्या

- प्रोफेशन: लेखक, शिक्षक

- समस्या: ज्ञान और बुद्धि का विकास

- लाभ: 4 मुखी रुद्राक्ष को ब्रह्मा का प्रतीक माना जाता है। यह ज्ञान और बुद्धि के विकास में सहायक है। यह स्मरण शक्ति को बढ़ाने और बोलचाल की समस्याओं को दूर करने में भी लाभकारी है।


 5 मुखी रुद्राक्ष

- ग्रह: बृहस्पति

- राशि: धनु और मीन

- देवता: कालाग्नि रुद्र

- रोग: रक्तचाप, लीवर की समस्या

- प्रोफेशन: गुरु, सलाहकार

- समस्या: शिक्षा और धार्मिकता का विकास

- लाभ: 5 मुखी रुद्राक्ष को कालाग्नि रुद्र का प्रतीक माना जाता है। यह शिक्षा और धार्मिकता के विकास में सहायक है। यह रक्तचाप और लीवर की समस्याओं में भी लाभकारी है।


 6 मुखी रुद्राक्ष 

- ग्रह: शुक्र

- राशि: वृषभ और तुला

- देवता: कार्तिकेय

- रोग: यौन रोग, प्रजनन समस्या

- प्रोफेशन: कलाकार, संगीतकार

- समस्या: प्रेम संबंध, सौंदर्य और आकर्षण

- लाभ: 6 मुखी रुद्राक्ष को कार्तिकेय का प्रतीक माना जाता है। यह प्रेम संबंधों, सौंदर्य और आकर्षण को बढ़ाने में सहायक है। यह यौन रोग और प्रजनन समस्याओं में भी लाभकारी है।


 7 मुखी रुद्राक्ष

- ग्रह: शनि

- राशि: मकर और कुम्भ

- देवता: महालक्ष्मी

- रोग: हड्डी रोग, गठिया

- प्रोफेशन: व्यापारी, न्यायाधीश

- समस्या: धन और समृद्धि, शनि दोष

- लाभ: 7 मुखी रुद्राक्ष को महालक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। यह धन और समृद्धि के लिए लाभकारी है। यह शनि दोष को दूर करने और हड्डी रोगों में भी लाभकारी है।


 8 मुखी रुद्राक्ष

- ग्रह: राहु

- राशि: कोई विशेष राशि नहीं

- देवता: गणेश

- रोग: त्वचा रोग, मानसिक विकार

- प्रोफेशन: राजनेता, इंजीनियर

- समस्या: बाधाओं का निवारण, सफलता

- लाभ: 8 मुखी रुद्राक्ष को गणेश का प्रतीक माना जाता है। यह बाधाओं को दूर करने और सफलता पाने में सहायक है। यह त्वचा रोग और मानसिक विकारों में भी लाभकारी है।


 9 मुखी रुद्राक्ष

- ग्रह: केतु

- राशि: कोई विशेष राशि नहीं

- देवता: दुर्गा

- रोग: फोड़ा, फुंसी, त्वचा रोग

- प्रोफेशन: तांत्रिक, ज्योतिषी

- समस्या: भय, दु:स्वप्न

- लाभ: 9 मुखी रुद्राक्ष को दुर्गा का प्रतीक माना जाता है। यह भय और दु:स्वप्न को दूर करने में सहायक है। यह त्वचा रोगों में भी लाभकारी है।


 10 मुखी रुद्राक्ष 

- ग्रह: कोई विशेष ग्रह नहीं

- राशि: कोई विशेष राशि नहीं

- देवता: विष्णु

- रोग: मानसिक तनाव, अनिद्रा

- प्रोफेशन: प्रशासनिक अधिकारी, व्याख्याता

- समस्या: शांति, सुरक्षा

- लाभ: 10 मुखी रुद्राक्ष को विष्णु का प्रतीक माना जाता है। यह मानसिक तनाव और अनिद्रा को दूर करने में सहायक है। यह शांति और सुरक्षा के लिए लाभकारी है।


 11 मुखी रुद्राक्ष 

- ग्रह: कोई विशेष ग्रह नहीं

- राशि: कोई विशेष राशि नहीं

- देवता: हनुमान

- रोग: मधुमेह, पाचन समस्या

- प्रोफेशन: खेलकूद, सैन्य

- समस्या: शक्ति, साहस

- लाभ: 11 मुखी रुद्राक्ष को हनुमान का प्रतीक माना जाता है। यह शक्ति और साहस को बढ़ाने में सहायक है। यह मधुमेह और पाचन समस्याओं में भी लाभकारी है।


 12 मुखी रुद्राक्ष

- ग्रह: सूर्य

- राशि: सिंह

- देवता: सूर्य

- रोग: हृदय रोग, नेत्र रोग

- प्रोफेशन: प्रशासनिक अधिकारी, नेता

- समस्या: शक्ति और आत्मविश्वास

- लाभ: 12 मुखी रुद्राक्ष को सूर्य का प्रतीक माना जाता है। यह शक्ति और आत्मविश्वास को बढ़ाने में सहायक है। यह हृदय रोग और नेत्र रोगों में भी लाभकारी है।


 13 मुखी रुद्राक्ष

- ग्रह: शुक्र

- राशि: वृषभ और तुला

- देवता: कामदेव और इंद्र

- रोग: यौन रोग, प्रजनन समस्या

- प्रोफेशन: कलाकार, उद्योगपति

- समस्या: सौंदर्य और आकर्षण

- लाभ: 13 मुखी रुद्राक्ष को कामदेव और इंद्र का प्रतीक माना जाता है। यह सौंदर्य और आकर्षण को बढ़ाने में सहायक है। यह यौन रोग और प्रजनन समस्याओं में भी लाभकारी है।


 14 मुखी रुद्राक्ष

- ग्रह: शनि

- राशि: मकर और कुम्भ

- देवता: हनुमान

- रोग: हड्डी रोग, गठिया

- प्रोफेशन: न्यायाधीश, व्यापारी

- समस्या: शनि दोष, बाधाओं का निवारण

- लाभ: 14 मुखी रुद्राक्ष को हनुमान का प्रतीक माना जाता है। यह शनि दोष को दूर करने और बाधाओं का निवारण करने में सहायक है। यह हड्डी रोग और गठिया में भी लाभकारी है।


 निष्कर्ष

रुद्राक्ष विभिन्न प्रकार के होते हैं और प्रत्येक का अपना विशेष महत्व और लाभ होता है। प्राचीन ग्रंथों और धार्मिक शास्त्रों में इनके उपयोग और महत्व का विस्तार से वर्णन किया गया है। रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति को मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होते हैं। यह विभिन्न रोगों को ठीक करने, मानसिक शांति प्रदान करने और जीवन में सफलता पाने में सहायक होते हैं।

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